mewat history 1947 to 2024 – What is Mewat famous for?

mewat history 1947 to 2024

मेवात का अनूठा भूगोल और सांस्कृतिक धरोहर
मेवात, एक ऐसा क्षेत्र जो हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश की सीमाओं पर मौजूद है, अपनी अद्वितीय सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ का सौंदर्य, यहाँ की संस्कृति और यहाँ के लोगों की struggling गाथा, सभी कुछ ऐसा है जो दिल को छू लेता है। mewat history 1947 to 2024 तक एक ऐसी रोमांचक और दुखद यात्रा है जिसमें दुख और संघर्ष के साथ-साथ प्रगति और विकास की अद्भुत कहानियाँ छिपी हैं।

1947: विभाजन की त्रासदी और उसके प्रभाव

1947 का साल जब आया, जब भारत ने स्वतंत्रता प्राप्त की, मेवात भी विभाजन की त्रासदी से अछूता नहीं रहा। हिन्दू-मुस्लिम दंगों ने मेवात के इस क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया। कई Meo families को अपने पूर्वजों की भूमि छोड़नी पड़ी और new places की तलाश करनी पड़ी। इस संकट की घड़ी ने मेवात की सामाजिक संरचना को गहरे स्तर पर प्रभावित किया। परंतु इसी कठिन समय ने लोगों को एकजुट होकर अपने भविष्य के निर्माण की प्रेरणा दी। mewat history 1947 to 2024 की सुरुवात कर दी थी.

mewat history 1947

1950-1970:  पुनर्निर्माण और नवजीवन mewat history 1947 to 2024

जब बात mewat history 1947 to 2024 की हो रही हो तो 1950 से 1970 के दशक की बात ना हो ये गलत होगा। इसी दौर से ही मेवात आधुनिक की और मुड़ गया था। इस समय की और खास बात इसलिए भी है की जब से मेवात में राजा हसन खा के शाशन के बाद से ही लगातार मेवात गिरावट की तरफ चल रही थी. इस लंबे अंतराल के बाद जब आजादी का संघर्ष शुरू हुआ, और हिंदू मुस्लिम के दंगे शुरू हुए तब मेवात और भी बत्तर हालत में आ चुकी थी लाखों लोगों के घर उजड़ चुके थे.

1950 से 1970 का समय मेवात के पुनर्निर्माण और नवजीवन का दौर था। भारतीय सरकार ने इस क्षेत्र के पुनर्वास के लिए कई योजनाएं आरंभ कीं। स्कूल, अस्पताल और बुनियादी ढांचे के निर्माण से यहाँ के लोगों के जीवन स्तर में सुधार हुआ। मेवात विकास बोर्ड की स्थापना ने क्षेत्र में विकास की गति को तीव्र किया और लोगों को नए अवसर प्रदान भी किए।

1970-1990: सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन की लहर

1970 से 1990 के बीच, मेवात ने महत्वपूर्ण सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन देखे। इस तरह के परिवर्तन को मेवात की सख्त जरूरत भी थी और सरकार लगातार प्रयास भी कर रही थी. मेवात के इस क्षेत्र को थोड़ा सुधार किया जाए और इस कोशिश को सफल बनाने का काम आसान हुआ 1970 से 1990 के बीच।

इन दसको कृषि के आधुनिक तरीकों को अपनाने से मेवात के उत्पादन में वृद्धि हुई और लोगों की आर्थिक स्थिति में काफी सुधार भी हुआ। 1950 से लगातार mewat history 1947 to 2024 की और से लगातार सरकार की कोशिश। इस समय के दौरान छोटे और मध्यम उद्योगों की स्थापना ने रोजगार के नए अवसर प्रदान किए। महिलाओं की शिक्षा और सशक्तिकरण के लिए कई महत्वपूर्ण पहलें की गईं, जिससे समाज में महिलाओं की स्थिति में भी काफी सुधार हुआ।

1990-2010: शिक्षा और तकनीकी उन्नति का युग

1990 के दशक में mewat history 1947 to 2024 के माध्यम से मेवात छेत्र एक नई शुरुआत करने जा रहा था. जैसा हमने अभी ऊपर बताया की 1990 के दशक से पहले सरकार ने कई काम किये थे. लेकिन 90 के दशक के बाद education के स्तर को सुधारने के लिए मेवात में जोर-जोर से काम होने लगा और इस दशक के बाद बहुत सारे स्कूलों का निर्माण हुआ.

1990 के दशक में, शिक्षा के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण पहल की गईं। नए स्कूलों और कॉलेजों की स्थापना ने मेवात के युवाओं को बेहतर शिक्षा के अवसर प्रदान किए। इस अवधि के दौरान में, तकनीकी विकास ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इंटरनेट और मोबाइल फोन की पहुंच ने मेवात को वैश्विक दुनिया से जोड़ दिया और यहां के लोग नई तकनीकों और ज्ञान से परिचित होने लगे।

2010-2024: आधुनिक मेवात की चुनौतियाँ और अवसर

2000 दशक के बाद मेवात क्षेत्र के सामने और कई चुनौतियों का सामना करना था. और सरकार ने भी हाथ खोलकर इस क्षेत्र की तरफ पूरी तरीके से स्वागत किया इस दशक के बाद मेवात में स्कूल इंटरनेट आ जाने के बाद. mewat history 1947 to 2024 के सामने अब बड़ी चुनौती थी। रोड, बेरोजगारी, पानी, की समस्या और लोगों में जागरूकता को लेकर एक बड़ी चुनौती के रूप में उभर कर सामने आए.

2010 के बाद के दशक में, मेवात ने तेजी से विकास किया। नई सड़कों, अस्पतालों और शिक्षा संस्थानों की स्थापना ने इस क्षेत्र को आधुनिकता की राह पर अग्रसर किया। हालांकि, विकास के साथ-साथ कई चुनौतियाँ भी सामने आईं। जल संकट, पर्यावरणीय क्षति और बेरोजगारी जैसे मुद्दों ने लोगों के जीवन को प्रभावित किया। परंतु, इन चुनौतियों ने ही मेवात के लोगों को और भी मजबूती से खड़ा होने की प्रेरणा दी।

Mewat Region में सरकार के सामने दो बड़ी समस्याएं इन दशकों में उभर कर आई. एक तो थी लाइट की आपूर्ति जो सही से इस क्षेत्र में नहीं हो रही थी. और दूसरी थी पानी की समस्या, जो लगातार जमीन में पानी का सतर कम होता जा रहा था। हालांकि सरकार ने लगातार ठोस कदम उठाए आज पानी और लाइट दोनों पर लगभग 60-60 परसेंट तक काबू प् लिया है।

What is the old name of Mewat?

ऐसा नहीं है-की मेवात का कोई दूसरा नाम नहीं था। जैसे प्राचीन समय से ही और शहरों के नाम पहले कुछ और थे और आज के समय में कुछ और हैं। ऐसे ही मेवात के नाम में भी कुछ चेंज हुआ लेकिन मेवात क्षेत्र का सबसे पुराना नाम मेवात ही है. पर इसका पहले 2 अक्टूबर 2004 को तत्कालीन मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला ने पुन्हाना में इसे गुड़गांव से अलग कर के जिले का दर्जा देने की घोषणा कर दी। और साथ-साथ इसका नाम रखा “सत्यमेव पुरम” रखा गया.

फिर अगले साल के बाद जब अप्रैल 2005 में कांग्रेस सत्ता में आई तो कांग्रेस ने दोबारा से जिला बनाने की अधिसूचना जारी की। और फिर से इसका नाम बदल कर मेवात कर दिया गया. मतलब जो सदियों से चला आ रहा था उसी को ही फिर बदल दिया गया लेकिन इस नाम के साथ फिर गड़बड़ हुई बाद में इसको Nuh district कर दिया गया. mewat history 1947 to 2024 के अनुसार अभी तक मेवात ही नाम है।

mewat muslim population

हरियाणा सरकार के 2011 के एक सर्वे के मुताबिक मेवात जिला में 11 लाख से ज्यादा लोग हैं. जिनमे 79% मुसलमानों की आबादी है। और यही वजह है कि इस क्षेत्र को मेवात क्षेत्र कहा जाता है जिस क्षेत्र में ज्यादातर मेव लोग रहते हैं. इस क्षेत्र को ही मेवात कहा जाता है. खासकर गुड़गांव और राजस्थान की बॉर्डर तक 79% आबादी मुस्लिम होने की वजह से हरियाणा सरकार ने इस नुह जिले का नाम मेवात रखा था.

mewat hindu population

mewat district 2011 की जनगणना के अनुसार मेवात जिले की कुल जनसंख्या 1,089,263 है। मेवात की आबादी में मुसलमानों की संख्या 79.20 प्रतिशत है। जबकि मेवात में हिंदू अल्पसंख्यक हैं जो कुल आबादी का 20.37% है। हिन्दुओं की आबादी यहाँ भले ही कम है, पर इनमे 15,03 % हिन्दू बिज़नेसमेन है। World Wide History,के अनुसार mewat history 1947 to 2024 के तहत ये आंकड़ा बिलकुल सटीक है। . 

What is Mewat famous for? 

अभी तक हमने मेवात क्षेत्र के बारे में इतना इतिहास जाना, तो यह कैसे हो सकता है कि हम यह न जाने की इस क्षेत्र की सबसे फेमस चीज क्या है. वैसे तो orld Wide History ने मेवात के ऊपर कई आर्टिकल लिखे हैं। पर इस आर्टिकल में वर्ल्ड वाइड यह बतायेगा कि यहां सबसे ज्यादा फेमस क्या चीज है.

mewat history 1947 to 2024 मेवात अपने [दीन] यानी तबलीगी जमात, और हिंदू मुस्लिम एकता, इसके अलावा अपने आपस के भाईचारे के लिए मेवात सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है। यहां के लोग एक दूसरे की हेल्प खुशी-खुशी करते हैं। अपनी देश की रक्षा के लिए यहां के लोग सबसे पहले आगे आते हैं। बशर्ते पूरे इंडिया में सबसे पिछड़ा हुआ इलाका मेवात को ही माना जाता है .

Leave a Reply

Scroll to Top
Pushpa 2 Box Office Day 8: Allu Arjun’s Blockbuster Earns ₹1067 Crore Worldwide Virat Kohli; अब इस खिलाडी ने लिया सन्यास टी20 से संन्यास I can’t see India losing. Big statement by the captain of World Cup winning England