Bhagwan Ko Parshad Kiyo Chadhate Hain गाय का दूध Pavitra kyon हैं

Bhagwan Ko Parshad Kiyo Chadhate Hain
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Bhagwan Ko Parshad Kiyo Chadhate Hain . गाय का दूध Pavitra kyon हैं । सिख यानी सरदार कौन-कौन है । क्यों लगाते हैं हिंदू लोग मस्तक पर टीका। आज हम कुछ इस तरीके के सवाल है जो उनके बारे में जानेंगे पूरी विस्तार से।


हम इंसान कुछ ऐसा काम करते हैं जिनके बारे में हमें ज्यादातर जानकारी नहीं होती है बस हम इसी वजह से करते ही जाते हैं कि हमसे पहले लोग करते आ रहे थे या हमसे जो बड़े हैं वह कर रहे थे लेकिन आज हम कुछ इसी तरीके के सवालों के बारे में जानेंगे और इनमें खास कर है कि मुसलमान लोग आखिर दरगाह पर क्यों जाते हैं और कुछ लोग क्यों नहीं जाते इसका मुख्य कारण भी क्या है इस तरीके की जनरल नॉलेज हमें होनी ही चाहिए तो चलिए अब आर्टिकल में आगे बढ़ते हैं और जानते हैं क्वेश्चन एंड आंसर हिस्ट्री में डिटेल से।

गाय का दूध पवित्र क्यों होता है

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दोस्तों यह तो हम सभी जानते हैं कि गाय का दूध पवित्र होता है ‌। वैज्ञानिकों ने भी गाय के दूध में बहुत सारे गुण बताएं हैं ‌। गाय के दूध में बहुत सारे प्रोटीन होते हैं जो हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी है और बहुत ही ज्यादा फायदेमंद है पर इस बात से गाय का दूध पवित्र नहीं साबित होता‌। कोई बात नहीं आपकी अपनी वर्ल्ड वाइड हिस्ट्री वेबसाइट आज आपको बता देगी कि गाय के दूध को पवित्र क्यों माना जाता है ‌।


पोस्टिंग एवं सद्गुण प्रधान गाय का दूध देवताओं को चढ़ाया जाता है धर्म शास्त्रों में गौ दुग्ध को सूची माना गया है गाय के दूध के सेवन से संग्रहणी शोध आधी रोग नष्ट हो जाते हैं यह सफलता मोटापा और मैदा धिरडी को भी दूर करता है इसमें प्रोटीन एवं विटामिन उचित मात्रा में पाए जाते हैं जो बालकों के लिए आधी अति उत्तम है मां के दूध के बाद डॉक्टर बच्चे को गाय का दूध पिलाने की सलाह देते हैं. हिंदू धर्म में गाय को माता कहा जाता है और माता हमेशा पवित्र ही होती है। बस दोस्तों यही कारण है कि गाय को दूध को पवित्र माना जाता है


वर्ल्डवाइड हिस्ट्री भी इस बात को मानती है की गाय का दूध  काफी पौष्टिक होता है और यह शरीर के लिए बेहतरीन होता है, साथ ही इसके घी में भी कई तरीके के खास गुण होते हैं। और इसकी लस्सी या दही भी शरीर के लिए बेहतरीन होती है।

Bhagwan Ko Parshad Kiyo Chadhate Hain

shanker bhagwan प्रभु की कृपा से जो कुछ अन्य जल हमें प्राप्त होता है वह हमें प्रभु ही देता है आप उसे किसी भी नाम से जाने लेकिन हमें देता ऊपर वाला ही है उसमें से अगर कुछ प्रभु का प्रसाद मानकर प्रभु को उपस्थित करना कृत्य दगा प्रकट करने के साथ मानवीय सदगुण भी है । भगवान को भोग लगाकर ग्रहण किया जा नॉवेल अन्य दिव्य माना जाता है भगवान को प्रसाद चढ़ाना आस्तिक होने के गुण को प्रेरित करता है |

या फिर आपको सिंपल लॉजिक मैं समझाऊं तो Bhagwan Ko Parshad Kiyo Chadhate Hain के कई मकसद होते हैं। इसी तरह भगवान को कई तरीके के प्रसाद भी चढ़ाए जाते हैं। हिंदू शास्त्रों के अनुसार अगर आपके पैसे अशुद्ध हो तो तो उनको शुद्ध करने के लिए पैसों का प्रसाद भगवान को चढ़ाया जाता है। भगवान को प्रसन्न करने के लिए पूजा के तुरंत बाद प्रसाद चढ़ाया जाता है और यह माना जाता है की पूजा करने के बाद अगर भगवान को प्रसाद चढ़ाया जाए तो भगवान जल्दी खुश हो जाते हैं अगर नहीं चढ़ाया जाता तो जल्दी खुश नहीं होते यह इसका मुख्य कारण है भगवान को प्रसाद चढ़ाने का।

दूसरा कारण यह है

आपका जो रुपया पैसा होता है वह आपके पास आता है लेकिन किस किस जगह से होते हुए आता है आप भले ही सज्जन आदमी हैं लेकिन आप से पहले जिसके पास वह था वह पता नहीं कैसा आदमी था उसने चोरी किया था डकैती डाली थी या किसी का पर्स काटा था जो भी था तो भगवान को प्रसाद इसीलिए चढ़ाया जाता है ताकि आपका रुपया अपवित्र हो जाए बस इसी कारण से यही तो कारण है कि Bhagwan Ko Parshad Kiyo Chadhate Hain।

Sikh kon hai ~  सिख किसे कहते हैं

जो गुरु मुख से सीख शिक्षा उपदेश लेकर हिंदू धर्म की रक्षा के लिए युद्ध Bhoomi में कूदे वह Sikh कहलाए। सिख धर्म भले ही ज्यादा पुराना ना हो लेकिन इसकी वैल्यू और मान्यता काफी होती है, और हर कोई यह जानने की जिज्ञासा भी रखता है कि सिख किसे कहते।  हैं जैसे हमने ऊपर जाना कि Bhagwan Ko Parshad Kiyo Chadhate Hain और गाय का दूध पवित्र क्यों होता है इस तरह हर कोई यह भी जानने  की इच्छा रखता है कि सिख किसे कहते हैं।

जब मुसलमान शासकों ने हिंदुओं पर अत्याचार करना आरंभ किया तब धर्म रक्षा के लिए सिंह अथार्थ शेर की बनती पांच ककार कड़ा केश कंघा कक्ष कठार धारण कर Sastruaon का नाश करने के लिए चल पड़ा इन व्यक्तियों में जो प्रमुख कूदे चीफ हुए थे। वह सरदार कहे गए थे।

प्राचीन काल में प्रत्येक हिंदू का पांचवा पुत्र गुरुद्वारे को आमंत्रित किया जाता था दशमेश पिता श्री गुरु गोविंद सिंह जी हिंदू धर्म के रक्षक और सिरमौर सिर का ताज कहे गए थे उन्होंने अपने दम मस्त ग्रंथ में यह घटना की सकल गज गजल में खालसा पंथ गाजे जगे धर्म हिंदू भंड भाजे इसीलिए दोस्तों सिख सरदार को शिक कहा जाता है।

इस बात को आज ज्यादातर लोग मानते हैं हालांकि यह सत्य नहीं है। सिख उसे कहते हैं जो गुरु गोविंद सिंह की बताई हुई शिक्षा पर चलता है और उन्हीं के सिद्धांत पर चलता है । 13वीं और 15वीं सदी के बीच भारत में मुसलमान धर्म काफी फल फूल रहा था। बौद्ध धर्म, जैन धर्म, ब्राह्मण धर्म, जैसे धर्म कमजोर होते जा रहे थे। इनके कमजोर होने के कई कारण थे जिनको हम अलग से किसी और आर्टिकल में डिटेल से जानने की कोशिश करेंगे। वही मुस्लिम धर्म में कुछ कठिनाई थी यानी यह धर्म थोड़ा कठोर लग रहा था लोगों को । इसका सॉल्यूशन ढूंढने के लिए गुरु गोविंद सिंह ने हिंदू धर्म, बौद्ध धर्म, जैन धर्म, और इस्लाम धर्म, को मिलाकर कुछ नई चीज लोगों तक पहुंचाई जिनमें सभी के लिए आसानी हो सके बस यही से शुरुआत हुई थी सिख धर्म की। इसके बाद गुरु गोविंद सिंह के जितने भी अनुयाई थे यानी उनके मानने वाले उन्हें को ही सिख धर्म कहा जाता है।

tulsi kiya hai लोग घर के आंगन में क्यों लगाते हैं

तुलसी का पौधा हिंदू परिवार की एक पहचान है तथा साथ ही उसकी धार्मिकता एवं सत्य भावना का परिचय भी देता है। हिंदू शास्त्र में तुलसी पूजन अपने सौभाग्य एवं वंश वृद्धि की कामना से करती हैं। रामायण कथा में वर्णित प्रसंग के अनुसार रामदूत हनुमान जी सीता का पता लगाने जब समुद्र पार लंका लंका गए तो वहां उन्होंने एक घर के आंगन में तुलसी का पौधा देखा जो कि विभीषण का घर था।

रामायण की इस कथा के अनुसार यह कहा जा सकता है कि तुलसी की पूजा प्राचीन काल से ही की जा रही थी साथ ही तुलसी की पूजा इसलिए की जाती है कि कहा जाता है कि तुलसी के पौधे के अंदर सभी देवता निवास करते हैं इसी वजह से हिंदू लोग तुलसी के पौधे की पूजा करते हैं और साथ ही अपने घर के आंगन में भी लगते हैं।

मुस्लिम लोग दरगाह पर क्यों जाते हैं।

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यह बहुत इंपॉर्टेंट टॉपिक है और इस पर वर्ल्ड वाइड हिस्ट्री ने बहुत रिसर्च की है। बहुत से लोगों से बात की है तभी जाकर  इसके बारे में सही से पता लगाया जा सका है।  ऐसा नहीं है कि Bhagwan Ko Parshad Kiyo Chadhate Hain के बारे में रिसर्च नहीं है इसके बारे में भी कई किताबों में पढ़ा है। और साथ ही सिख किसे कहते हैं इसके बारे में भी बारीकी से पढ़ कर ही वर्ल्ड वाइड हिस्ट्री यह जानकारी लिखी है। वर्ल्डवाइड हिस्ट्री किसी भी जानकारी को ऐसे ही नहीं लिखती है इसकी बारीकी से रिसर्च करके ही तभी आगे की जानकारी लिखती है तो चलिए अब आपको बताते हैं कि मुस्लिम लोग दरगाह पर क्यों जाते हैं।

ईस कारण जाते हैं

हमने कई लोगों से बात की उन्होंने बताया की दरगाह पर इसलिए जाते हैं कि वहां पर वह अल्लाह के वाली है उनसे मिलकर हम अल्लाह तक पहुंच सकते हैं। सिंपल तरीके में अगर बताऊं जैसे अजमेर शरीफ की दरगाह पर लोग जाते हैं उसे पर फूल चादर और कुछ दान वगैरा करते हैं तो उनका नजरिया होता है कि इससे हमारा अल्लाह खुश होता है और वहां जाकर कुछ लोग सजदा करते हैं और दुआ मांगते हैं। उनका मानना होता है कि अगर हम उनके सामने झुकेंगे और उनकी बंदगी करेंगे तो यह हमें अल्लाह तक पहुंचा ही देंगे क्योंकि यह अल्लाह के दोस्त होते हैं।

इसका हम एक एग्जांपल देकर आपको समझते हैं जो कई लोगों ने हमें दिया है और जो हमें लॉजिक ली ठीक भी लगा। जैसे हिंदू धर्म में राम भगवान था लेकिन हनुमान उसका सेवक था। हिंदू धर्म के अनुसार अगर राम को पाना है तो आपको हनुमान के रास्ते होते हुए जाना पड़ेगा यानी पहले आपको हनुमान को खुश करना पड़ेगा। इसी तरीके से ही यह मुस्लिम लोग दरगाह पर जाते हैं यानी अल्लाह को पाने के लिए वालियों के रास्ते पर चलते हैं।

कियों नहीं जाना चाहिए।

जिस लॉजिकल के साथ लोगों ने हमारी टीम को यह समझाया की दरगाह पर क्यों जाना चाहिए और इसकी क्या जरूरत थी, उसी तरीके से हमने कुछ और लोगों से बात की तो उन्होंने भी हमें यह समझाया की दरगाह पर क्यों नहीं जाना चाहिए। यही वजह है कि हम इस टॉपिक को सही तरीके से लिख रहे हैं जिस तरीके से हमने लिखा के Bhagwan Ko Parshad Kiyo Chadhate Hain। दुनिया में जितने भी धर्म है सभी धर्म के अनुसार ईश्वर, अल्लाह, गॉड, भगवान, सिर्फ एक ही है और सभी धर्म इस बात पर सहमत भी हैं। इनमें सिर्फ फर्क इतना है कि मुस्लिम धर्म के अनुसार पूजा सिर्फ भगवान एक की ही की जाती है और उसी की करनी चाहिए इसके अलावा किसी और कि अगर बंदगी करेंगे तो वह सिर्क होता है।

शायद यह बात अब आपको समझ नहीं आई तो चलिए अब हम एक्सप्लेन के साथ समझते हैं। मुस्लिम धर्म के अनुसार सिर्फ एक अल्लाह के सामने ही सर झुकाना चाहिए, अगर उसके अलावा किसी और के सामने सर झुकाएंगे तो वह सिर्क होगा यानी वह मुसलमान नहीं होगा। इसके में दो एग्जांपल आपको दूंगा यहां से आगे आप इसको थोड़ी गौर से पढ़ना और सोच समझ कर पढ़ना तभी आप समझ पाएंगे। अल्लाह (ईश्वर) के अलावा किसी और को क्यों नहीं पूजना चाहिए इसका मुख्य कारण है, चांद, सूरज, धरती, जितने भी इस ब्रह्मांड में जो भी है सभी को इस एक परमेश्वर (यानी अल्लाह) ने बनाया है। जिसने बनाया है वही उसके क्रेडिट का हकदार भी है यह बात तो हम भी मानते हैं और आप भी मानते हैं। जैसे यह आर्टिकल मैंने लिखा है अगर इसको कोई हूबहू कॉपी करेगा और अपनी वेबसाइट पर पोस्ट कर देगा। भले ही उसका आर्टिकल काफी वायरल हो बहुत सारी इस पर कमेंट्स रिव्यू आए और इससे बहुत सारी इनकम भी वह शायद जनरेट कर ले, लेकिन यह आर्टिकल तो हम ने ही लिखा है और इसका श्रेय मुझे ही मिलना चाहिए। क्योंकि मैं तो यह अलाउड नहीं करता कि इसको कोई और कॉपी पेस्ट करके इसे पैसा कमाए या इसको लोगों तक पहुंचाएं।

ठीक उसी तरह ईश्वर (अल्लाह) भी यह नहीं चाहता कि जिसने इस ब्रह्मांड का क्रिएशन किया उसकी इबादत ना करके, उसके अलावा आप किसी और के सामने सर झुकाए उसको यह बात बिल्कुल भी पसंद नहीं है। अब हम आपको दूसरा पावरफुल एग्जांपल देते हैं ताकि आपके समझ में आ जाए।

वर्ल्ड में वर्ल्ड वाइड हिस्ट्री यह बात स्पष्ट करते हुए चलती है कि हम किसी भी धर्म को ठेस नहीं पहुंचा रहे हैं लेकिन जितनी जानकारी हमने इकट्ठी की है उन्हीं के बारे में हम डिटेल से बताने की कोशिश कर रहे है। कुरान के अनुसार अल्लाह एक है और मोहम्मद (सल्लल्लाहो वाले वसल्लम) उसके आखिरी रसूल हैं। आपको अगर अल्लाह को पाना है तो आपको आखरी नबी मोहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) के तरीके पर चलना ही होगा तभी आप अल्लाह को पा सकते हैं. वह भी सिर्फ आप (सल्लल्लाहू अलैहि सल्लम) के तरीके पर ना कि आप (सल्लल्लाहु अलैहि सलम) को खुदा मान के या फिर उसको अल्लाह के बराबर ममान के।

इस्लाम धर्म में ‘अल्लाह’ के बाद दूसरा दर्जा (नबी) का है जब (नबी) को ही पूजने की इजाजत नहीं है तो फिर किसी ‘वाली’ का तो सवाल ही खड़ा नहीं होता. हां यह जरूर होता है कि आप उसके वसीले से उसको याद करके उसका नाम दुआओं में लेकर उसका जिक्र करके आप दुआ कर सकते हैं उसके बताए हुए तरीके पर चल सकते हैं क्योंकि वाली नेक होते हैं। तो इसी वजह से मजार पर नहीं जाना चाहिए.

Summary Bhagwan Ko Parshad Kiyo Chadhate Hain

यह पोस्ट हमने लिखी है Bhagwan Ko Parshad Kiyo Chadhate Hain इस पर हमने पूरी एक्सप्लेन के साथ बताया है भले ही आर्टिकल छोटा है और शर्ट है लेकिन हमने बताया है कि Bhagwan Ko Parshad Kiyo Chadhate Hain क्यों चढ़ाना चाहिए साथ ही सिख धर्म किसे कहते हैं तो यह पोस्ट कैसी लगी आप हमें एक बार कमेंट सेक्शन में जरूर बता दें।

 

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